tag:blogger.com,1999:blog-6204808483914857806.post2346840634836699425..comments2023-06-05T07:56:36.616-07:00Comments on अनुभूतियाँ: यदि निश्चय करो तोप्रताप नारायण सिंह (Pratap Narayan Singh)http://www.blogger.com/profile/08654132523168281005noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-6204808483914857806.post-83055969907927930462009-03-03T01:14:00.000-08:002009-03-03T01:14:00.000-08:00बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति...बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति...Dr.Bhawna Kunwarhttps://www.blogger.com/profile/11668381875123135901noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6204808483914857806.post-67710929755153920942009-03-02T09:17:00.000-08:002009-03-02T09:17:00.000-08:00प्रज्वलित कर एक दीपक तुम चलो तोइस मरुस्थल पार है उ...प्रज्वलित कर एक दीपक तुम चलो तो<BR/><BR/>इस मरुस्थल पार है उपवन मनोरम<BR/>अम्बु शीतल से भरा अनुपम सरोवर<BR/>तरु , लता, बहु भांति के सुरभित सुमन हैं<BR/>तृप्त होगी प्यास, छाया, सुरभि होगी....<BR/><BR/>वाह..!! हर बार की tarah सुन्दर अभिव्यक्ति..!!हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6204808483914857806.post-31229329641118304812009-03-01T20:23:00.000-08:002009-03-01T20:23:00.000-08:00बेहतरीन प्रस्तुति सदैव आपके ब्लॉग आकर ताजगी महसू...बेहतरीन प्रस्तुति सदैव आपके ब्लॉग आकर ताजगी महसूस होती है आध्यात्म को सुन्दर शब्दों से सहज अभिव्यक्त किया है आपनेप्रदीप मानोरियाhttps://www.blogger.com/profile/07696747698463381865noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6204808483914857806.post-10854763453791074352009-03-01T07:47:00.000-08:002009-03-01T07:47:00.000-08:00Poem creates and spreads very positive vibes among...Poem creates and spreads very positive vibes among readers. Beautifully written with good flow. Selection of words are also very impacting. Very encouraging poem.<BR/>I appreciate the positivity of your thoughts Pratapji. Good Work.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6204808483914857806.post-75599479335018453582009-03-01T07:14:00.000-08:002009-03-01T07:14:00.000-08:00अति सुन्दरअति सुन्दरPREETI BARTHWALhttps://www.blogger.com/profile/07147371640692507101noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6204808483914857806.post-40393372866309256892009-03-01T06:39:00.000-08:002009-03-01T06:39:00.000-08:00अद्भुत..... आपकी लेखनी को नमन करता हूं... साधुवाद....अद्भुत..... आपकी लेखनी को नमन करता हूं... साधुवाद..योगेन्द्र मौदगिलhttps://www.blogger.com/profile/14778289379036332242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6204808483914857806.post-39025209610772475742009-03-01T04:45:00.000-08:002009-03-01T04:45:00.000-08:00"ईश के तुम श्रेष्ठतम कृति, हीनता क्योंपल रही मन मे..."ईश के तुम श्रेष्ठतम कृति, हीनता क्यों<BR/>पल रही मन में सघन उद्विग्नता क्यों<BR/>हो रहा क्यों आज इतना दग्ध मन है<BR/>घिर रहा तम क्यों हृदय में गहनतम<BR/><BR/>क्यों निराशा खोलती अपने परों को <BR/><BR/>सैकडों मार्तण्ड का है तेज तुममे<BR/>वायु से भी है अधिक बल, वेग तुममे<BR/>अग्नि से भी तप्त, उर्जा से भरे तुम<BR/>यह धरा, आकाश सब होगा तुम्हारा"<BR/>इधर कई दिनों से कुछ ऐसा ही पढ़ने को खोज रहा था ! बहुत सुदर ! कोटि कोटि धन्यवाद !अभिषेक आर्जवhttps://www.blogger.com/profile/12169006209532181466noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6204808483914857806.post-25651458217238992202009-02-28T23:53:00.000-08:002009-02-28T23:53:00.000-08:00कमाल है भाई. आज पहली बार आप को पढ़ा है ( ये मेरी अ...कमाल है भाई. आज पहली बार आप को पढ़ा है ( ये मेरी अपनी कमी है ) लेकिन अब हर बार आप की पोस्ट मेरी कमाई होगी ( Comment हो न हो, ये भी मेरी कमी है ) !!अमिताभ मीतhttps://www.blogger.com/profile/06968972033134794094noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6204808483914857806.post-61035470480845069422009-02-28T22:45:00.000-08:002009-02-28T22:45:00.000-08:00इस मरुस्थल पार है उपवन मनोरमअम्बु शीतल से भरा अनुप...इस मरुस्थल पार है उपवन मनोरम<BR/>अम्बु शीतल से भरा अनुपम सरोवर<BR/>तरु , लता, बहु भांति के सुरभित सुमन हैं<BR/>तृप्त होगी प्यास, छाया, सुरभि होगी<BR/>वाह बहुत सुन्दर।शोभाhttps://www.blogger.com/profile/01880609153671810492noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6204808483914857806.post-46589941015818567702009-02-28T22:43:00.000-08:002009-02-28T22:43:00.000-08:00सैकडों मार्तण्ड का है तेज तुममेवायु से भी है अधिक ...सैकडों मार्तण्ड का है तेज तुममे<BR/>वायु से भी है अधिक बल, वेग तुममे<BR/>अग्नि से भी तप्त, उर्जा से भरे तुम<BR/>यह धरा, आकाश सब होगा तुम्हारा<BR/><BR/>उठ खड़े हो, प्राण से निश्चय करो तो <BR/><BR/><BR/>बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति-बार बार पढीपारुल "पुखराज"https://www.blogger.com/profile/05288809810207602336noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6204808483914857806.post-74102148430133068162009-02-28T08:53:00.000-08:002009-02-28T08:53:00.000-08:00इस नदी के पार है विस्तृत किनाराफिर नहीं कोई भंवर, ...इस नदी के पार है विस्तृत किनारा<BR/>फिर नहीं कोई भंवर, ना तीक्ष्ण धारा<BR/>भय नहीं कोई, नहीं शंका कुशंका<BR/>जीर्णता मन की मिटेगी शांति होगी<BR/>........<BR/>kafi badhiyaaरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6204808483914857806.post-45869677258212124392009-02-28T08:51:00.000-08:002009-02-28T08:51:00.000-08:00प्रताप जी, बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति .आपकी रचनाये सुन...प्रताप जी, बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति .आपकी रचनाये सुन्दर शब्दों के साथ सुन्दर भावों को लिए हुए हैं .<BR/>यह धरा, आकाश सब होगा तुम्हारा<BR/>उठ खड़े हो, प्राण से निश्चय करो तो .<BR/>बधाईसीमा रानीhttps://www.blogger.com/profile/12435916340014716864noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6204808483914857806.post-18396374875493401742009-02-28T08:23:00.000-08:002009-02-28T08:23:00.000-08:00उत्कृष्ट, प्रेरणादायी कविता. आभार..उत्कृष्ट, प्रेरणादायी कविता. आभार..Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6204808483914857806.post-33537243989661056892009-02-28T07:32:00.000-08:002009-02-28T07:32:00.000-08:00इस टिप्पणी को एक ब्लॉग व्यवस्थापक द्वारा हटा दिया गया है.अजन्ताhttps://www.blogger.com/profile/08557410702578357219noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6204808483914857806.post-62640787811136697462009-02-28T06:49:00.000-08:002009-02-28T06:49:00.000-08:00very positive...very positive...Manoshi Chatterjee मानोशी चटर्जी https://www.blogger.com/profile/13192804315253355418noreply@blogger.com